श्रेष्ठ आदमी वही होता है जो विनम्र होता है, आप चाहे किसी भी पद पर क्यों न हों, अगर विनम्र नहीं तो आप श्रेष्ठ नहीं।
मुझे यह लेख बहुत पसंद आया परंतु एक परेशानी है कि आपके लिखे सुविचार हम कॉपी नहीं कर पा रहे हैं.
हमारे बोल, हमारे कर्म ही, हमारा भाग्य लिखते हैं!
कुछ भी असंभव नहीं जो सोच सकते है वो कर सकते है
चाहे आप कितने भी बड़े ज्ञानी क्यों न हों, तजुर्बा आपको बेवक़ूफ़ बनने के बाद ही मिलता है।
अगर कोई बेइज़्ज़ती करे तो बस इतना ध्यान रखो की आपसे ऊपर वाला कल उसकी भी कर सकता है ।
सबसे बड़ी समस्या हमारा दिमाग ही होता है, उन बातों को भी पकड़ कर रखता है जो बेवजह होती हैं।
जीवन का सबसे बड़ा संघर्ष अपने आप से होता है,
उसी तरह कठीनाई और संघर्ष किए बिना अच्छे दिन नहीं आते!
तो उसे प्रेम और सम्मान दें यही सबसे बड़ा धन है!
और विजेता तब रुकते हैं जब वो जीत जाते हैं!
मनुष्य का जीवन इसलिए है कि वह अत्याचार के खिलाफ लड़े। – सुभाषचन्द्र बोस
इसलिए जो जैसा है उसे वैसा ही स्वीकार करना सीखें!
बीच रास्ते से लौटने का कोई फायदा नहीं, लौटने पर भी उतनी ही दूरी तय करनी पड़ेगी जितनी दूरी तय कर लक्ष्य तक पहुच aaj ka suvichar सकते है।